Introduction

हेलो दोस्तों ,😇

Rajendra Sonkusare
Rajendra Sonkusare

आज से मैं आपसे अपनी डेली रूटीन को शेयर करना शुरू करने वाला हूँ।  आशा करता हू, आप सभी को मेरे बारे जानने और गलतियों से कुछ सीखने में मदद मिलेगी। वैसे तो मेरी लाइफ बहुत ही साधाहरण है।  और मेरी लाइफ मजे में गुजर रही है।  मैं एक साधाहरण सा दिखने वाला इंसान हु। जिसकी लाइफ में बहुत सरे साधाहरण से सपने है।  और जिनको मैं पूरा करना चाहता हु।  इस प्लॅटफॉम पर मैं मेरा अब तक का, लाइफ का सफर और उसके एक्सपेरिएंस शेएर करूंगा। आज मैं एक मल्टी नेशनल कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के तौर पर कार्यरत हु जो की पुणे शहर में है।

पुणे एक बहुत ही सांस्कृतिक और प्राचीन शहर है। यहां के लोग बहुत ही सभ्य और पड़े - लिखे है। पुणे, जिसे पूना (मराठी उच्चारण) भी कहा  जाता है। 2019 तक लगभग 7.2 मिलियन की आबादी के साथ भारत में आबादी वाला शहर। इसे कई बार भारत में सबसे अधिक रहने योग्य शहरों में से एक के रूप में स्थान दिया गया है।

चलो मैं अपना परिचय शुरू करता हु।  मेरा नाम राजेंद्र सोनकुसरे है। मेरा जन्म १३ अगस्त १९८३ में मोहगांव, छिंदवाड़ा , मध्य-प्रदेश में हुआ था। मेरे पिताजी बालको, कोरबा, छत्तीसग़ड़ में अलुमिनियम बनाने वाले प्लांट में करते थे।  तो मेरा स्नातक की पढाई कोरबा में ही हुई। मैं बचपन से ही बहुत शर्मिला और शांत रहने वाला हु।  मुझे कोई भी कुछ भी बोल कर चला भी जाये तो भी मैं उसको कुछ नहीं करता था। पर कभी-कभी ये मुझे काफी मदद करता था।   मैं हमेशा लोगो की सहानभूति और उमके साथ काम करने पर विस्वाश करता था।  जो एक बहुत ज्यादा समय लगाने वाली प्रक्रिया है।  जिसकी वजह से मुझे किसी भी काम को करने में काफी समय लग जाता था।  मैं कोई भी काम तब तक करता हु जब तक मैं संतुस्ट ना हो जाऊ।  मुझे कभी भी क्रेडिट लेना पसंद नहीं है।  मैं सिर्फ काम स्किल डेवलपमेंट और कॉन्फिडेंस बिल्डिंग के लिए करता हु। 

जो की इस दौड़ती - भागती दुनिया के हिसाब से सही नहीं है। क्यों की हमे बचपन से ही बताया जाता है की समय के साथ चलो वरना दुनिया तुमको छोड़ कर, तुमसे बहुत आगे  चली जाएगी। और बेचारा बच्चा अपनी नादानी या नासमझी में उस अंधी दौड़ का हिस्सा बन जाता है। ऐसा मेरे साथ भी हुआ मैं भी अच्छे करियर की तलाश में बिना खुद को समझे, बिना खुद को जाने एक अनजानी दौड़ का हिस्सा बन गया। और इसी के साथ एक डर ने मन में घर बना लिया की अगर मैं ये नहीं कर पाया, या मैं सफल नहीं हो पाया तो।  कुछ समय पहले एक मूवी आयी थी  जिसका नाम ३ इडियट था।  उसमे भी आमिर खान इस संदेस को बताया की "Flow your passion." मगर मैं उस डर की वजह से कुछ भी समझे बिना सारा काम करता रहा।  

मगर इस डर ने मेरे मन में हमेशा के लिए घर कर लिया और जब भी मैं कोई सा भी काम करना शुरू करता डरा-डरा रहता। मैं अपने बारे में और अगले पोस्ट में  बतऊँगा। 

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